Mpnews live- मध्यप्रदेश शासन की तरफ से भोपाल में गोविंदपुरा औद्योगिक क्षेत्र के पार्क की जमीन को राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) से जुड़ी एक संस्था को दिए जाने पर कांग्रेस के बडे नेता दिग्विजय सिंह के नेतृत्व में पार्टी कार्यकर्ताओं ने रविवार को यहां विरोध प्रदर्शन किया, जबकि पुलिस ने उन्हें तितर-बितर करने के लिए पानी की बौछरें की।
जानकारी के अनुसार, यह घटना उस वक्त हुई जब राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह और अन्य कांग्रेस कार्यकर्ता यहां गोविंदपुरा औद्योगिक क्षेत्र में प्रदर्शन के दौरान बैरिकेड पर चढ़ने का प्रयास कर रहे थे। इस मामले में पुलिस ने दिग्विजय सिंह सहित आठ अन्य कांग्रेस नेताओं के खिलाफ नामजद और 200 पार्टी कार्यकर्ताओं पर बिना अनुमति के प्रदर्शन करने एवं कोविड-19 प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने का मामला दर्ज किया है।
दिग्विजय सिंह ने संवाददाताओं से बातचीत के दौरान बताया की, ”पुलिस ने हम पर पानी की बौछारें की। पानी मेरे कान में भी गया। लेकिन जब तक औद्योगिक क्षेत्र के एसोसिएशन का साथ रहेगा, हम इस जमीन के आवंटन के खिलाफ लड़ाई लड़ते रहेंगे। उन्होंने कहा, ”कांग्रेस पार्टी की ये लड़ाई मजदूरों के लिए है और हम उनकी लड़ाई अदालत, सड़क और विधानसभा में लड़ेंगे।”
कांग्रेस नेता ने कहा कि आज यह जमीन जिस संस्था को दी गई उसने इसके निर्माण की कोई अनुमति नहीं ली है। इस आद्योगिक क्षेत्र के 95 प्रतिशत उद्योगपति इसका विरोध कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि गोविंदपुरा क्षेत्र में काम करने वाले मजदूर और कर्मचारी इस बगीचे में पेड़ों की छांव में आराम और भोजन करते हैं। ऐसे में पार्क की जमीन किसी संस्था को देना गलत नहीं है।
दिग्विजय सिंह ने बताया कि यह भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (BHEL) भोपाल के अनुषंगी निर्माण का औद्योगिक क्षेत्र है। उन्होंने कहा, ”मुख्यमंत्री रहते इस पार्क में मैंने भी पौधा लगाया था। खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पार्क में पौधा लगाया था। स्व. बाबूलाल गौर जी और पूर्व उद्योग मंत्री राजेन्द्र सिंह ने भी यहां पौधा लगाया था। ऐसे बहुत से उदाहरण हैं।”
वहीं, मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट किया, ”शिवराज सरकार गोविंदपुरा में पार्क की जमीन आरएसएस से जुड़ी संस्था को एक रुपए में दे रही है। इस कृत्य का प्रजातांत्रिक तरीके से विरोध करने पर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह और दूसरे कांग्रेसी कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने पानी की बौछार का इस्तेमाल किया।” उन्होंने कहा, ”शिवराज जी, ये मत भूलिए कि कल के बाद परसों भी आता है।” वहीं, मौके पर मौजूद भोपाल कलेक्टर ने कहा, ”इस जमीन के लिए उद्योग विभाग अनुमति दे चुका है। सभी विधिक अनुमतियां हैं।”
मालूम हो कि रविवार को ही इस जमीन का भूमिपूजन किया जा रहा था। इसके लिए बड़ी तादात में पुलिस बल तैनात करने के साथ-साथ बैरिकेड भी लगाये गये थे। इसी बीच, इस जमीन की भूमि पूजन में शामिल हुए मध्यप्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने मीडिया से कहा, ”इस जमीन पर लघु उद्योग भारती कार्यालय नहीं, बल्कि कौशल विकास का एक बड़ा केन्द्र बन रहा है, जहां युवाओं का कौशल विकास किया जाएगा एवं उनको रोजगार मिलेगा।”
उन्होंने कहा कि कांग्रेस तो सब कार्यों का विरोध करती है और वह इसमें भी राजनीति कर रही है। सारंग ने बताया कि एक भी उद्योगपति इस पार्क को कौशल विकास केन्द्र बनाने का विरोध नहीं कर रहा है। वहीं, अशोका गार्डन पुलिस थाना प्रभारी आलोक श्रीवास्तव ने बताया, ”पुलिस ने पानी की बौछार की है। उन्होंने कहा, ”इस मामले में दिग्विजय सिंह एवं प्रदेश के पूर्व मंत्री पीसी शर्मा सहित आठ कांग्रेस नेताओं के खिलाफ नामजद एवं करीब 200 कांग्रेस कार्यकर्ताओं के खिलाफ बिना नाम के भादंवि की धारा 188, 269 एवं 147 के तहत अशोका गार्डन पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया है। श्रीवास्तव ने बताया कि इन लोगों ने प्रदर्शन करने के लिए कोई अनुमति नहीं ली थी।” उन्होंने कहा कि कोविड-19 के चलते इलाके में धारा 144 लगी हुई थी और चार से अधिक लोग इकट्ठा नहीं हो सकते थे। इन्होंने धारा 144 की अवहेलना किया है और कोरोना महामारी फैलाने का अपराध किया है।
Read Also-
विलुप्तप्राय ब्लू व्हेल के हिन्द महासगार में होने को संभावना,ध्वनि तरंगों से की गई पहचान