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Mahakaleshwar Darshan 2023: महाकाल जाने का बना रहे हैं प्लान, तो किराए से लेकर मंदिर दर्शन तक जानें सबकुछ

Mahakaleshwar Darshan 2023: महाकाल जाने का बना रहे हैं प्लान, तो किराए से लेकर मंदिर दर्शन तक जानें सबकुछ

Mahakaleshwar Darshan 2023: भगवान भोलेनाथ के बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है महाकालेश्वर, जो भारत के हृदय कहे जाने वाले राज्य मध्यप्रदेश के उज्जैन में स्थित है। कहते हैं कि, ‘काल भी उसका क्या करे, जो भक्त हो महाकाल का’, इसलिए दुख और संकटों से मुक्ति पाने के लिए देश और दुनियाभर से भक्त यहां पर उनके दर्शन करने के लिए आते हैं।

अगर आप भी महाकालेश्वर के दर्शन करने जाना चाहते हैं, लेकिन रूट और यात्रा संबंधी अन्य जानकारी से अनजान हैं, तो परेशान न हों। हम आपको शुरू से लेकर अंत तक उज्जैन दर्शन के लिए ट्रैवल गाइड देने जा रहे हैं। तो चलिए शुरू करते हैं, दिल्ली से उज्जैन की यात्रा।

ट्रेन/बस

वैसे तो दिल्ली से हर वक्त की सुविधा मौजूद है, लेकिन ट्रेन का सफर आपके लिए आरामदाय होगा। आप अपने बजट के मुताबिक इसकी टिकट लेकर उज्जैन पहुंच सकते हैं। लेकिन अगर आपको सीधा उज्जैन पहुंचने के लिए टिकट नहीं मिल रही है, तो परेशान न हों। हम आपको इसका भी विकल्प बताने जा रहे हैं। आप दिल्ली से इंदौर तक के लिए टिकट बुक कर लें। अगर आप नई दिल्ली से इंदौर सुपरफास्ट एक्सप्रेस लेते हैं, तो सुबह 06:45 पर आप इंदौर पहुंच जाएंगे। अब यहां से आप अपने बजट के अनुसार बस या फिर टैक्सी ले सकते हैं।

बस का किराया- 75 से शुरू

टैक्सी का किराया- 1000 से शुरू

इंदौर से उज्जैन ट्रैवल टाइम- 50 मिनट से 1 घंटा

इंदौर से महज घंटे भर में उज्जैन पहुंचने के बाद आप यहां पर अपने बजट अनुसार होटल ले सकते हैं। अगर आपको केवल फ्रेश होने के लिए कमरा चाहिए और दर्शन कर तुरंत वापसी करना है, तो होम स्टे बजट फ्रेंडली हो सकता है। लेकिन अगर आप परिवार के साथ जा रहे हैं, तो होटल लेना सही चुनाव होगा।

मंदिर दर्शन

1.हरसिद्धी माता मंदिर

2.बड़ा गणेश मंदिर

3.महाकाल मंदिर

4.काल भैरव मंदिर

5.गढ़कालिका मंदिर

नोट- ऊपर दिए क्रम अनुसार आप अपना दर्शन शुरू करें।

हरसिद्धी माता मंदिर

हरसिद्धी माता मंदिर

मंदिर मार्ग पर जाते हुए आपको माता हरसिद्धी का मंदिर नजर आएगा। हरसिद्धि मंदिर माता सती के 52 शक्तिपीठों में 13वां शक्तिपीठ कहलाता है। कहते हैं कि महाकाल के दर्शन से पहले माता के दर्शन करना शुभ माना जाता है। इस मंदिर में आपको दिए के दो बड़े स्तंभ दिखेंगे, जिसपर हर शाम दिए जलाकर आरती की जाती है। मंदिर में मौजूद कुछ लोगों का कहना है कि इस स्तंभ पर सिक्के को उछालते हैं और अगर फेंका गया सिक्का चिपक जाता है, तो ऐसा मानते हैं कि आपकी मनोकामना माता द्वारा स्वीकार कर ली गई है।

बड़ा गणेश मंदिर

बड़ा गणेश मंदिर

आगे बढ़ते हुए आपको भगवान गणेश का मंदिर मिलेगा। यहां पर उनकी विशाल प्रतिमा स्थापित की गई है। महाकाल के दर्शन से पहले आप यहां दर्शन कर सकते हैं।

वीआईपी दर्शन

अगर आपके पास समय की कमी है या फिर आप महाकाल मंदिर में मौजूद भीड़ से बचकर महादेव के शीघ्र दर्शन पाना चाहते हैं, तो बड़ा गणेश मंदिर के पास में ही आपको एक टिकट काउंटर मिलेगा। यहां से प्रति व्यक्ति 250 रुपये का टोकन लेकर आप मंदिर के वीआईपी प्रवेश द्वार से दर्शन के लिए जा सकते हैं।

मंदिर के नियम

यहां ध्यान दें कि, अगर आप महाकेलश्वर मंदिर में प्रवेश कर गए हैं, तो कुछ सावधानी बरतनी होती है, जैसे कि मोबाइल फोन का इस्तेमाल मंदिर परिसर में वर्जित है। अगर आप गर्भगृह में जाकर दर्शन करना चाहते हैं, तो पुरुषों को धोती पहनना अनिवार्य है। वहीं महिलाओं को साड़ी में ही प्रवेश करने की अनुमति है। आम दिनों में दोपहर 1 बजे से 4 बजे तक आम लोगों के लिए मंदिर के गर्भगृह में जाने की अनुमति है। इसलिए अपना दर्शन इस हिसाब से प्लान करें कि आपको अंदर जाने का मौका मिल सके।

विशेष पूजा

अगर महाकालेश्वर मंदिर में आप कुछ विशेष पूजा करवाना चाहते हैं, तो पंडित आसानी से मिल जाएंगे, जिन्हें पूजा के हिसाब से दान-दक्षिणा देनी होगी।

काल भैरव मंदिर

काल भैरव मंदिर

ऐसा माना जाता है कि अगर महाकालेश्वर के दर्शन के बाद कालभैरव के दर्शन न किए जाए, तो आपकी यात्रा अधूरी रह जाती है। यह मंदिर महाकाल मंदिर से 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यहां जाने के लिए आपको आराम से ऑटो मिल जाएंगे। अगर आप ग्रुप के साथ हैं, तो आपको थोड़ा सस्ता पड़ सकता है। यहां कुछ लोग कालभैरव को मदिरा चढ़ाते हैं। यह पूरी तरह से आपकी अपनी स्वेच्छा पर निर्भर करता है।

एक तरफ का किराया – 100/- से 150/-

गढ़कालिका मंदिर

गढ़ नामक स्थान पर होने के कारण गढ़ कालिका हो गया है, जो महाकाल मंदिर से 4 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यहां आप दर्शन पूजा करने के बाद वापसी कर सकते हैं।

अगर आपकी ट्रेन उज्जैन से है, तो आप स्टेशन जा सकते। लेकिन अगर आपकी ट्रेन इंदौर से है, तो होटल से बस स्टॉप के लिए आपको ऑटो आसानी से मिल सकती है या फिर कैब के जरिए भी आप सीधा इंदौर पहुंच सकते हैं।

इंदौर की मशहूर छप्पन दुकान

अगर आप इंदौर से निकल रहे हैं और आपके पास थोड़ा समय है, तो यहां कि प्रसिद्ध छप्पन दुकान को एक्सप्रलोर कर सकते हैं। इस जगह पर आपको अलग-अलग तरह के फूड आइटम्स खाने के लिए मिल जाएंगे।

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मध्यप्रदेश की दूसरी वंदे भारत भोपाल से जबलपुर होकर रीवा तक चल सकती है।

Ed.Sourabh Dwivedi
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