भारत बहुत तेजी से विकास की ओर बढ़ रहा और शरुवात से ही भारत के विकास में रेलवे का बहुत बड़ा योगदान है।चाहे हमारी आजादी का वक्त हो जब भारत बहुत गरीब था या फिर चाहे आज का वक्त हो जब भारत दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में से एक है,रेलवे के बिना कुछ भी मुमकिन नही था।अब भारत सरकार भारतीय रेलवे(Indian Railways) के विकास पर भी बहुत जोर दे रही है और इसी कड़ी में भारत सरकार ने डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर(Dedicated Freight Corridor) जैसे बड़े प्रोजेक्ट का उद्घाटन भी कर दिया है।अब भारतीय सेना ने भी अपने टैंकों,गाड़ियों व अन्य साजो सामान से लदी ट्रैन को रेवाड़ी से राजस्थान तक दौड़ाकर इस कॉरिडोर का परीक्षण किया।
भारतीय रेलवे को भारत की अर्थव्यवस्था की रीढ़ की हड्डी माना जाता है और हमारी सेना भी अपने सैन्य साजो सामान को सीमा पे ले जाने के लिए भारतीय रेलवे की सहायता लेती है।ऐसे में देश के विकास और सुरक्षा दोनों के लिए भारतीय रेलवे का आधुनिकरण करना जरूरी है।इसलियर डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर बनाया गया जिससे कि भारतीय रेलवे की मालगाड़ियां तेज गति से बिना किसि अवरोध के समय पर अपने गन्तव्य स्थान पर पहुँच सकें।आपको बता दें इस वक्त डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर का परीक्षण चल रहा है और इसीलिए भारतीय सेना ने भी अपनी मिलिट्री ट्रैन दौड़ाकर इसका ट्रायल-रन किया।
क्या है Dedicated Freight Corridor?
Dedicated Freight Corridor भारत सरकार का एक महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट है जो कि भारतीय रेल के ट्रांसपोर्टेशन सिस्टम(transportation system) को बदल कर रख देगा।डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर को साधारण भाषा मे समझें तो यह भारतीय रेल का वो मार्ग होगा जिसपे सिर्फ मालवाहक गाड़ियां यानी मालगाड़ियां ही चल सकेंगी।और साधारण भाषा मे समझें तो इस पर सिर्फ समान यानी गुड्स का ही ट्रांसपोर्टेशन होगा कोई भी अन्य रेलगाड़ी इस पर नही दौड़ेगी।
इससे मालगाड़ियों की गति में सुधार होगा।अब चूंकि सामान्य मार्गों की तरह इस पर और कोई अन्य रेलगाड़ी नही चलेगी तो मालगाड़ियों के मार्ग में कोई अवरोध नही पैदा होगा।साथ ही इस मार्ग पर लंबी और डबल डेकर(double decker) मालगाड़ियां भी दौड़ सकेंगी जिससे कि कम समय मे अधिक से अधिक समान अपने गंतव्य स्थान तक पहुँच सकेगा।आपको बता दें कि इसका उद्धघाटन प्रधानमंत्री मोदी ने कुछ समय पहली ही किया था।