Coronavirus-कोरोना महामारी के तीसरी लहर को लेके अभी से प्रशासन और राज्य सरकारें अलर्ट हो गए हैं विशेषज्ञ की माने तो जुलाई और अगस्त के बीच कोरोना की तीसरी लहर आने का अंदेशा हैं। यह तीसरी लहर बच्चाें और घरेलू महिलाओं के लिए खतरनाक साबित हो सकती है। इस तीसरी लहर से बचाव और मुकाबले के लिए प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है। इसी सिलसिले में गुरुवार को संभागायुक्त डा. पवन शर्मा ने शिशु रोग और स्त्री रोग विशेषज्ञों की महत्वपूर्ण बैठक बुलाई। बैठक में यह विचार किया गया कि अगर कोरोना की तीसरी लहर आती है तो इसका बच्चों और महिलाओं पर क्या असर पड़ेगा। उनकी संख्या कहां तक जाएगी और इसके लिए क्या-क्या इंतजाम जरूरी होंगे।
इसकी योजना बनाने के लिए सभी विशेषज्ञों को आंकड़ों और तैयारी के साथ आने के लिए कहा गया है।
अगली बैठक तीन दिन बाद रखी गई है। बैठक में राज्य आपदा प्रबंधन समिति के सदस्य डा. निशांत खरे विशेष तौर पर थे।
चाचा नेहरू बाल चिकित्सालय के अधीक्षक डा. हेमंत जैन ने बताया कि संभागायुक्त द्वारा सरकारी अस्पतालों में बच्चों के बेड बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। अभी चाचा नेहरू अस्पताल में 100 और महाराजा यशवंतराव अस्पताल में 90 बेड उपलब्ध हैं। इनकी संख्या दुगुनी की जाएगी।
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संभागायुक्त ने कहा कि इंदौर के सभी निजी अस्पतालों में भी चिकित्सा की आधारभूत संरचना बढ़ाने की ज़रूरत है। इस संबंध में जल्दी ही इंदौर के सभी प्रमुख अस्पताल संचालकों की बैठक बुलाई जाएगी। बैठक में एमजीएम मेडिकल कालेज के डीन डा. संजय दीक्षित, डा. निर्भय मेहता, डा. नीलेश दलाल, डा. गुंजन केला, डा. जयश्री श्रीधर और डा. किशोर चांदकी भी उपस्थित थे।