मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शुक्रवार को छिंदवाड़ा जिले के बिछुआ कस्बे में मुख्यमंत्री जनसेवा अभियान के अंतर्गत स्वीकृति-पत्र वितरण कार्यक्रम में पहुंचे।
यहां अचानक एक बार फिर सीएम शिवराज सख्त तेवर में नजर आए। सीएम ने सीएमएचओ डॉ जीएस चौरसिया और बिछुआ सीएमओ चंद्रकिशोर भावरे को निलंबित कर दिया है। सीएमएचओ को पिछले दौरे में छिंदवाड़ा से हटाया था, फिर भी वो पदस्थ थे। जबकि बिछुआ सीएमओ के बारे में शिकायत थी कि वो नही आ रहे है।
बिछुआ में आयोजित सभा में अलग अंदाज में नजर आए, उन्होंने जनता का अभिवादन स्वीकार करते हुए कहा कि भांजो अब मामा बोलेगा। सीएम ने कहा कि मैं छिंदवाड़ा आता हूं, तो लोगों को तकलीफ होती है। घोषणा वीर कहते है। अरे भाई वीर ही घोषणा करते हैं। मैने जो घोषणा की, उसे पूरा भी किया। आज जो लोकार्पण किए, वे घोषणा ही तो थीं, जो पूरी हुई। मेरी सरकार भोपाल से नही गांव की चौपाल से चलेगी। जब लाडली लक्ष्मी योजना शुरू की थी, गोद में खिलाया अब कॉलेज जा रही है।
कलेक्टर शीतला पटले से पूछा सवाल
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंच से पूछा कि हमने शिविर लगाकर समस्या का निराकरण किया। कलेक्टर शीतला पटले से पूछा कि कितने आवेदन आए और निराकरण हुए। कलेक्टर ने कहा कि 5 लाख 11 हजार 164 आवेदन आए और 4 लाख 81हजार 200 आवेदन निराकृत हुए।
साथ ही कहा कि जानकारी मिली कि जुन्नारदेव के राशन नहीं मिल रहा, सीएम ने कहा कि इस मामले में गड़बड़ है तो तुरत कार्रवाई की जाए। बिजली के मामले में पता चला कि बटका खपा में बिजली की शिकायत मिली, लेकिन अब समय पर ट्रांसफार्मर बदल दिए जाए। सीएम ने कहा कि एक हजार करोड़ के शिलान्यास आज हुए। पेंच डायवर्सन सड़क, स्कूल शामिल हुए।
कार्यक्रम में सात जिलों के हितग्राही पहुंचे। सीएम दोपहर दो बजे हेलीकाप्टर से बिछुआ हेलीपेड पहुंचे। यहां नवनिर्मित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का लोकार्पण किया गया। जिसके बाद बिछुआ जनपद मैदान में कन्या पूजन, स्वागत समारोह के बाद हितग्राहियों को सम्बोधित किया। सीएम द्वारा द्वारा छिंदवाड़ा सहित सिवनी, जबलपुर, बालाघाट, नरसिंगपुर,मंडला, डिंडोरी और कटनी के हितग्राहियों को स्वीकृति पत्र वितरित किए गए। सीएम ने लोक निर्माण विभाग की एक दर्जन सड़कों का भूमिपूजन किया। वहीं जल संसाधन विभाग के 11 स्टाप डेम व जलाशयों का भूमिपूजन और 8 जलाशयों का लोकार्पण सहित अन्य सौगात भी यहां दी गई है।
यह भी पढ़ें।