दुनिया मे कोरोना खत्म होने का नाम नही ले रहा है और कोरोना को लेके हर रोज दुनिया के किसी न किसी कोने से कोई बुरी खबर आ ही जाती है।भारत मे भी कोरोना ने बहुत कोहराम मचाया है और अभी भी भारत कोरोना से लड़ रहा है।दूसरी लहर अभी तक पूरी तरह से खत्म भी नही हुई थी कि भारत के वैज्ञानिकों ने एक नया कोरोना वैरिएंट खोज है।
कोरोना इतनी जल्दी और इतने प्रकार से रूप बदलता है कि पूरी दुनिया के वैज्ञानिक हैरत में हैं और सबसे बड़ी बात इसके सभी रूप एक दूसरे से पूरी तरह से अलग होते है।कब कौन सा नया वैरिएंट कहाँ मिल जाये किसी को नही मालूम और वो पहले वाले स्वरूपों से कितना खतरनाक होगा इसकी कल्पना करना भी मुश्किल है।अब तक SARS-CoV-2 के दुनियाभर में न जाने कितने वैरिएंट मिल चुके है और भारत मे भो कोरोना के B.1.617.2 वैरिएंट ने भारी तभाही मचाई है और यही भारत मे खतरनाक दूसरी लहर का प्रमुख कारण था।
जाने इस नए वैरिएंट के बारे में सब कुछ
दरअसल पुणे में स्तिथ नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी ने कोरोना वायरस के एक नए वैरिएंट को खोज निकाला है।NIV के वैज्ञानिकों ने विदेशी पर्यटकों के सैंपल की जीनोम सिक्वेंसिंग करके एक नए वैरिएंट B.1.1.28.2 को डिटेक्ट किया है।ये सैम्पल्स ब्राज़ील और ब्रिटेन से आये हुए पर्यटकों से लिए गए थे।
अब वैज्ञानिकों के मुताबिक इस नए वैरिएंट से गंभीर लक्षण देखने को मिल सकते हैं साथ ही वैक्सीन इसके ऊपर कितना असर करेगी इसके ऊपर भी ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है।हालांकि राहत की बात यह है कि अभी तक यह वैरिएंट भारतीय नागरिकों में नही मिला है और इसके भारत मे फैलने की उम्मीद भी कम है यदि सावधानी बरती जाए तो।
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