कोरोना के दूसरी लहर न भारत मे जो तभी मचाई है इससे भारत अभी तक पूरी तरह से उबर भी नही पाया था कि एक और वायरस ने भारत मे दस्तक दे दी।बता दें को भारत के केरल में जीका वायरस का पहला केस मिला है जहां एक गर्भवती महिला को इसके संक्रमण की पुष्टि हुई है।केरल के तिरुवनंतपुरम से 19 सैम्पल पुणे स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट आफ वायरोलॉजी को भेजे गए तय जिसमे से की 13 सैम्पल में इसकी पुष्टि हुई है।हालांकि ये कोई नया वायरस नही है और पहले भी इसके मामले भारत समेत दुनिया के कई देशों में दर्ज किये जा चुके हैं।
क्या हैं जीका वायरस के लक्षण
जैसा कि हमने आपको पहले बताया कि ये वायरस कोई नया नही है बल्कि पहले भी इसके कई मामले दुनियाभर से आ चुकें है।इसलिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO)पहले ही इसको लेकर कई जानकारी दे चुका है।इस वायरस के लक्षणों के विषय मे WHO ने बताया कि इसके शुरुआती लक्षण आम तौर पर14 दिन के अंदर दिखने लगते हैं।लक्षण कुछ इस प्रकार हैं-बुखार,मांशपेशियों व जोड़ों में दर्द,सिर दर्द,बेचैनी,त्वचा पर चकत्ते आदि।हालांकि कई मरीजों में इसके लक्षण दिखते भी नहीं है।
क्या है इसका इलाज और बचने के उपाय
WHO के मुताबिक यह वायरस ज्यादा खतरनाक नही होता और न ही इसके गंभीर परिणाम देखने को मिलते है।ऐसे में इसका कोई अलग से इलाज नही है।शुरुआती लक्षण दिखने पर आराम करने से व साधारण बुखार वाली गोली लेने से आराम मिल जाता है लेकिन अगर तकलीफ ज्यादा है तो बिना देर किये चिकित्सक को दिखाना चाहिए।अभी तक इसका कोई टीका उपलब्ध नही है।
अब अगर किसी चीज से बचना है तो सबसे पहले उसका कारण पता होनी चाहिए।जीका वायरस के फैलने का कारण मच्छर है इसलिए यदि इससे बचना है तो सबसे पहले मच्छरों की रोकथाम करनी होगी।आने आसपास सफाई रखनी होगी साथ ही जितना हो सके सादा भोजन करें।ज्यादा से ज्यादा तरल पदार्थ लें और आराम करें।अपने चिकित्सक से समय समय और सलाह लेते रहें।
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