भारत-जापान की दोस्ती किसी से छुपी नही है,जापान विश्व में भारत के सबसे अच्छे और सबसे भरोसेमंद साझेदारों में से एक है।भारत में कई उन्नत तकनीक जैसे मेट्रो,बुलेट ट्रेन आदि को लाने में जापान का ही सहयोग है।अब उत्तर प्रदेश के वाराणसी में भारत और जापान की दोस्ती का प्रतीक रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर तैयार हो चुका है और प्रधानमंत्री मोदी जल्द ही इसकी सौगात शहर व प्रदेश को दे सकते हैं।
जापान और भारत की दोस्ती आज की नही है बल्कि ये दोस्ती व साझेदारी दशकों पुरानी है।जापान ने भारत के विकास में अनगिनत बार सहयोग किया है और न सिर्फ आर्थिक रूप से बल्कि हर तरह से भारत को विकास के पथ पर यदि सबसे ज्यादा किसी ने मदद का हाथ बढ़ाया है तो वह जापान ही है।वैसे तो आपको भारत और जापान के कई प्रतीक मिलेंगे लेकिन भोले की नगरी वाराणसी में बने रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर की बात ही कुछ अलग है।
क्या है रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर और क्या हैं इसको खासियत?
उत्तर प्रदेश के सबसे प्रसिद्ध व प्राचीन शहर वाराणसी जो कि प्रधानमंत्री मोदी का संसदीय क्षेत्र भी है वहाँ पर उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े व आधुनिक कन्वेंशन सेंटर रुद्राक्ष 186 करोड़ की लागत से बन कर तैयार हो चुका है।इसको राष्ट्रीय के साथ साथ अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों के लिए भी तैयार किया गया है।इसमे दुनियाभर से मंगाई गये उपकरणों का इस्तेमाल किया गया है।इसको एक बड़े शिवलिंग का आकार दिया गया है साथ ही इसमे एल्युमीनियम के 108 बड़े पंचमुखी रुद्राक्ष लगाए गए है।ये सभी रुद्राक्ष एलईडी की तरह रात में चमकते है जिससे इसकी सुंदरता लोगों को अपनी तरफ आकर्षित करती है।
इसमे सभी तरह की सुविधाएं है व सुरक्षा को लेके कड़े व पुख्ता इंतेज़ाम किये गए है।आपातकालीन स्थिति से निकलने के लिए भी यहाँ हर तरह की सुविधा है।यह कन्वेंशन सेंटर 3 एकड़ के क्षेत्र में फैला है तथा इस कन्वेंशन सेंटर में एक बड़ा हॉल है जिसमे 1200 लोगों के बैठने की व्यवस्था है साथ ही इसमे दो छोटे कॉन्फ्रेंस रूम भी हैं।इस कन्वेंशन सेंटर के बेसमेंट में एक साथ 120 गाड़ियों को पार्क किया जा सकता है।इसको बनाने का काम जापान के सहयोग से 2018 मे शुरू हुआ था।
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