यूरोप के सबसे के बड़े अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों में से एक यूरो कप के 2020 के संस्करण का समापन इटली की विजय के साथ हो गया।यूरोप में फुटबॉल का क्रेज़ इस प्रकार है जैसे भारत मे क्रिकेट का और यूरो कप को हम क्रिकेट के T20 विश्व कप या चैंपियंस ट्रॉफी के समान मान सकते हैं।रविवार को यूरोप के सबसे बड़े टूर्नामेंट का फाइनल इंग्लैंड के वेम्बले स्टेडियम में खेला गया।सामने थी फुटबाल की दो दिग्गज टीमें जो कई वर्षों के अपने खिताबी सूखे को खत्म करने के लिए उतरी थीं जिसमे इटली कामयाब हो गयी और इंग्लैंड को हराकर यूरो कप 2020 पर कब्ज़ा कर लिया।
रोमांचक पेनल्टी शूटआउट से हुआ विजेता का फैसला
आज कल ज्यादातर अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों का फाइनल रोमांच से भरा हुआ होता है और इसी में मजा भी आता है।जैसे दो साल पहले सम्पन्न हुए क्रिकेट विश्व कप के फाइनल में इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के बीच बेहद रोमांचक खेल हुआ था और अंत मे जीत इंग्लैंड को मिली थी।ठीक इसी प्रकार यूरो कप में भी फाइनल रोमांच से भरा रहा।इंजरी टाइम होने तक मुकाबले 1-1 से बराबरी पर था तो ऐसे में फैसला पेनल्टी शूटआउट के जरिये होना था।
अब इंग्लैंड ने पेनल्टी शूटआउट की शुरुआत की और पहला गोल दाग दिया, इसके बाद इटली की तरफ से पहली बारी में गोल दाग दिया गया।दूसरी बारी में भी इंग्लैंड को सफलता मिली लेकिन इटली के खिलाड़ी से चूक हो गयी और इंग्लैंड के पास 2-1 की बढ़त हो गयी है।इसके बाद इटली के खिलाड़ियों ने तीन बारी में 2 गोल दाग दिए तो वहीं इंग्लैंड के खिलाड़ी एक भी गोल नही दाग पाए।इसी के साथ इटली ने 3-2 से जीत हासिल कर ली।आपको बता दें कि इटली के गोलकीपर Gianluigi Donnarumma फाइनल मैच के हीरो रहे।
बेहद खास था यह फाइनल
यूरो कप 2020 का फाइनल बहुत खास था और इसके दो कारण थे।पहला ये की इंग्लैंड ये फाइनल अपना पहला यूरो कप जीतने के लिए खेल रहा था तो दूसरा ये की इटली 1968 के बाद से अपना खिताबी सूखा खत्म करने के लिए खेल रहा था।इसी के साथ इंग्लैंड के दर्शकों में इतनी उत्सुकता थी इस मैच को लेके की हज़ारों सीटों की क्षमता वाला वेम्बले स्टेडियम खचा खच भर था और सारी टिकटों के बिकने के बावजूद लाखों रुपये तक की एक टिकट ब्लैक के मिल रही थी।
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