अमेरिका को दुनिया का सबसे ताकतवर राष्ट्र ऐसे ही नही कहा जाता इसके पीछे सबसे बड़ा कारण है अमेरिकी हथियार।अमेरिका आये दिन ऐसे हथियारों व बमों का परीक्षण करता रहता है कि दुनिया का हर देश अमेरिका से डरता है।अमेरिका अपने खतरनाक हथियारों के जखीरे से एक न एक ऐसा हथियार निकाल के अचानक परीक्षण कर देता है जिससे कि पूरी दुनिया सकते में पड़ जाती है।अभी हाल ही में अमेरिकी नौसेना ने बेहद खतरनाक और शक्तिशाली बम जिसका वजन करीब 18000 किलो था,उसका समुद्र में परीक्षण किया।
हथियार तो कई देश बन लेते है लेकिन फिर भी अमेरिकी हथियारों को ही सबसे बेहतरीन व घातक माना जाता है।इसका कारण है अमेरिका की अत्याधुनिक और जटिल टेक्नोलॉजी।अमेरिकी हथियार ऐसी ऐसी तकनीक से बनाये जाते है कि आने वाले कई सालों तक उस तकनीक तक दूसरा कोई देश पहुँच ही नही सकता।
क्यों किया परीक्षण?
अब अपने ही बनाये हुए एयरक्राफ्ट कैरियर को टेस्ट करने के लिए अमेरिकी नौसेना ने यह परीक्षण किया।जी हाँ आपको ये थोड़ा अजीब जरूर लग रहा होगा लेकिन यही सच है।दरअसल अमेरिकी एयरक्राफ्ट कैरियर बहुत विशाल व अत्याधुनिक तकनीक से बने होते है अब ऐसे में अमरीका को अपने एयरक्राफ्ट कैरियर की विस्फोट झेलने की क्षमता को परखने के मन हुआ और बस अमेरिकी नौसेना ने फोड़ दिया बम।
अमेरिकी नौसेना ने अपने एयरक्राफ्ट कैरियर USS Gerald R Ford के विस्फोटक झेलने के क्षमता को जांचने के लिए आने इस एयरक्राफ्ट कैरियर के बिल्कुल पास में ही 18000 किलो वाले भारी भरकम बम का विस्फोट कर दिया।
क्या हुआ अमेरिकी एयरक्राफ्ट कैरियर का?
इस भारी भरकम बम के विस्फोट होने के बाद समुद्र में कई फ़ीट ऊंची लहरें उठी व आस पास के समुद्री इलाके में 3.9 मैग्नीट्यूड का भूकंप आ गया लेकिन अमेरिकी एयरक्राफ्ट कैरियर USS Gerald R Ford को कुछ नही हुआ।इतने जोर के विस्फोट के बावजूद अमेरिका का एयरक्राफ्ट कैरियर तस से मस तक नही हुआ।